गुलाब का पौधा लोग गमले में लगाना अधिक पसंद करते है क्योंकि ये देखने में खूबसूरत और आकर्षित लगता है गुलाब के पौधों को घरों की छत या बालकनी में लगाया जाता है घर की शोभा बढ़ाने के लिए। गुलाब कि पौधे में फूल विभिन्न रंगो में आते है जिससे देखने में ये और भी ज़्यादा आकर्षित लगते है।जिसको आप कलम या बीजो द्वारा गमलों में लगा सकते है। इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे कि गुलाब का पौधा गमले में कैसे लगाएं जिससे उसकी वृद्धि अच्छी और अधिक संख्या में फूल प्राप्त हो।
गुलाब का पौधा गमले में कैसे लगाएं
गमले का चयन
गुलाब के पौधे को गमले में लगाने के लिए सबसे पहले गमले का चयन करे।गमले का चयन करते समय ये बात का ध्यान रखें की गमला आकर थोड़ा चौड़ा होना चाहिए। एवं गमले की गहराई लगभग 15 इंच होनी चाहिए।जिससे आसानी से पौधे की वृद्धि हो सके। चयन किये गये गमले में जल निकासी के लिए 1 से 2 हॉले करना ज़रूरी है जिससे गमले में जल भराव की समस्या ना हो।
मिट्टी की तैयारी
गुलाब का पौधा लगाने के लिए उच्चय पोषक तत्वों से भरपूर एवं अच्छी जल निकास वाली मिट्टी का मिश्रण तैयार करे। मिट्टी का मिश्रण तैयार करने के लिए आप गार्डन सॉइल, थोड़ी मात्रा में बालू , कुछ मात्रा में गोबर की खाद और कुछ मात्रा में कम्पोस्ट मिलाकर तैयार कर सकते है।इनका अच्छे तरह से मिश्रण तैयार करके कुछ समय के लिए छोड़ दे।
पौधों का चयन
गुलाब का पौधा विभिन्न किस्मों और रंगों में आता है जैसे कि नीला ,पीला ,लाल, गुलाबी, सफ़ेद, नारंगी आदि रंगों में आता है।जिससे आप अपने क्षेत्र की जलवायु या मौसम के हिसाब से अपनी पसंदीदा किस्मों का चयन करके गमलों में आसानी से लगा सकते है
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गमले में लगाने को तैयारी
गुलाब का पौधा लगाने के लिए आप कटिंग का इस्तेमाल कर सकते है या फिर नज़दीकी नर्सरी से अपनी पसन्दीदा किस्मों का चयन करके लगा सकते है। गमले में गुलाब का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले चयनित गमला ले उसके एक से दो छैद करे फिर उसमे तैयार की गई मिट्टी का मिश्रण डाले और पौधें की क़लम लगाये या फिर नर्सरी से लाए पौधों को गमले में लगाये। फिर गमले में थोड़ी मात्रा में पानी दे जिससे पौधा मिट्टी में जम जाए। गमले में पौधा लगाने के एक सप्ताह बाद गमले में संतुलित खाद डाले जिससे पौधे की वृद्धि आसानी से हो।
गुलाब के पौधे की देखभाल
- गमले की मिट्टी सूखे पर ही पौधे पर पानी डाले।
- पौधों को सुबह की धूप ज़रूर देखिए।
- पौधे को 15 दिन कि अंतराल में खाद से।
- समय समय में पौधे की कटाई करे।