हमारे देश में धान की खेती प्रारंभ हो चुकी है और किसान अपने खेतों की तैयारी शुरू कर दिये है जिसमे सबसे पहले धान की नर्सरी तैयार करनी पड़ती है जो की किसानों का अधिक समय लेती है और श्रम भी लेती है जिससे किसान को धान की बुआई में समय और कठिनाई का सामना करना पड़ता है इसलिए हम इस ब्लॉग के माध्यम से किसानों को धान की नर्सरी तैयार करनी की बेहतर विधी बतायेंगे।जिससे वे कम समय से धान की नर्सरी कर सके।
धान की नर्सरी तैयार करने की विधि
डेपोग विधि (Dapog method)
धान की नर्सरी तैयार करने की यह विधि भारत में फ़िलीपीन्स से लायी गई थी।यह विधि अधिक उपयोग कि जाती है क्यों की इस विधि में कम समय में नर्सरी के लिये पौधे तैयार हो जाते है इसमें 1.5 से 3.0 किलोग्राम/ वर्गमीटर के हिसाब से बीजों का चयन करते है इसको बिना मृदा फर्श के या अंकुरण ट्रे पर या कंक्रीट के बने फर्श में बीजों को गीला करके बिछा दिया जाता है और उपपर से प्लास्टिक सीट ढक दिया जाता है इसमें बीज बिछाने के 11-15 दिन में पौधा रोपाई के लिए तैयार हो जाते है एक हैक्टेयर रोपाई के लिए नर्सरी बनाने में 20-30 वर्ग मीटर क्षत्र की ज़रूरत होती है।
धान की एसआरआई विधि (SRI system)
धान उगाने की नई विधि है इस विधि में बीज,पानी व समय की बचत होती है 5 kg/ha बीज का उपयोग करते है एक हैक्टेयर के लिये एवं 25*25 cm दूरी पर रोपाई करते है इसमें खेत में पानी नहीं भरकर बार-बार सचाई करते है जिससे मिट्टी में नमी बने रहे।इसमें रसायनों का प्रयोग नहीं किया जाता है एवं कार्बन खाद कि ज़्यादा उपयोग किया जाता है। जिससे भूमि की संरचना में सुधार आता है।
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धान की नर्सरी में खरपतवार नियंत्रण
- नर्सरी तैयार करने से पहले खेती में अच्छे तरह जुताई कर ले।
- नर्सरी कि लिये शुद्ध बीजों का चयन करे।
- नर्सरी में हाथ व उपकरण से निराई गुड़ाई करे।
- जैविक खरपतवारनाशक का उपयोग करे।
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