पारिजात का पौधा कैसे लगाएं , जिसे हरसिंगार या रातरानी के नाम से भी जाना जाता है यह एक सुंदर और महकदार फूल वाला पौधा है जो मुख्य रूप से दक्षिण एशिया में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Nyctanthes arbor-tristis है।यह धार्मिक महत्व रखता है और इसका उपयोग कई औषधीय प्रयोजनों के लिए भी किया जाता है ये रात के समय खिलते हैं और प्रातःसुबह होते ही झड़ जाते हैं
यह एक मध्यम आकार का वृक्ष होता है जिसकी ऊंचाई 10-15 फीट तक हो सकती है इसकी पत्तियां मोटी, हरी और अंडाकार होती हैं पारिजात के फूल सफेद रंग के होते हैं जिनके केंद्र में नारंगी रंग की छोटी सी नली होती है। ये फूल बहुत ही सुगंधित होते हैं
पारिजात का पौधा कैसे लगाएं
मिट्टी:
- पारिजात के पौधे को हल्की, रेतीली और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है।
- गमले में अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का मिश्रण बनाएं। इसके लिए 50% गार्डन मिट्टी, 30% कम्पोस्ट या गोबर की खाद, और 20% रेत या पर्लाइट का मिश्रण तैयार करें।
- आप बाजार से तैयार किए गए मिट्टी के मिश्रण का भी उपयोग कर सकते हैं जो विशेष रूप से फूलों वाले पौधों के लिए उपयुक्त हो।
गमला:
- एक बड़ा गमला चुनें जिसकी गहराई कम से कम 18-24 इंच हो। गमला जितना बड़ा होगा, पौधे को उतनी अधिक जगह और पोषक तत्व मिलेंगे
- गमले के तल में ड्रेनेज होल होना चाहिए ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके।
पारिजात का पौधा लगाना:
- बीज से या कटिंग से पारिजात का पौधा लगाया जा सकता है।
- बीज से लगाने पर पौधे को फलने-फूलने में 3-4 साल लग सकते हैं, जबकि कटिंग से लगाने पर यह 1-2 साल में फलने-फूलने लगता है।
- बीज से लगाने के लिए, बीजों को कुछ घंटे के लिए पानी में भिगो दें। फिर, उन्हें मिट्टी में 1 इंच गहरा बोएं और हल्के से मिट्टी से ढक दें।
- कटिंग लगाने के लिए, 4-6 इंच लंबी और स्वस्थ कटिंग लें, जिनमें कम से कम 2 पत्तियां हों निचली पत्तियों को हटा दें और कटिंग के सिरे को रूटिंग हार्मोन में डुबोएं। फिर, कटिंग को मिट्टी में लगाएं और हल्के से दबाएं।
पानी:
- पौधा लगाने के बाद तुरंत पानी दें ताकि मिट्टी अच्छे से बैठ जाए और जड़ों को नमी मिल सके।
- मिट्टी को नम रखें, लेकिन गीली न होने दें।
- गर्मियों में, हर दूसरे दिन पानी दें।सर्दियों में, सप्ताह में एक बार पानी दें।
खाद:
- हर महीने एक बार संतुलित खाद डालें।
- जिसके जैविक खाद ,रासायनिक खाद या कम्पोस्ट का उपयोग कर सकते हैं।
पारिजात के पौधे की देखभाल:
- पारिजात के पौधे को दिन में कम से कम 6 घंटे धूप की आवश्यकता होती है।
- मिट्टी को नम रखें, लेकिन इसे ज़्यादा गीला न करें। गर्मियों में हर दूसरे दिन और सर्दियों में सप्ताह में एक बार पानी दें।
- हर महीने एक या दो बार संतुलित खाद डालें।
- मृत या क्षतिग्रस्त पत्तियों और शाखाओं को नियमित रूप से हटाते रहें।
- पारिजात का पौधा 10°C से 40°C के तापमान में पनपता है।
- किट से नियंत्रण कि लिये नीम आयल का उपयोग करे।
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पारिजात का पेड़ के फायदे
- पारिजात का पेड़ हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।इसका उल्लेख पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है
- इसके पत्तियों का उपयोग बुखार, खांसी, गठिया और कृमि संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है।
- फूलों का उपयोग तनाव, चिंता और अनिद्रा को दूर करने के लिए किया जाता है।
- इसके सुगंधित फूल और चमकदार हरी पत्तियां घर और बगीचे को एक मनमोहक रूप प्रदान करते हैं।
- पारिजात के फूलों का उपयोग इत्र और सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाता है।