जैसा कि आप सबको मालूम है की ख़रीफ़ की फसल का मौसम शुरू हो चुका है जिसमे किसान भाई अधिकतर धान और मक्का की खेती करते है जिसमे अधिकतर किसान सामान्य मक्का की खेती करता है जिससे किसानों को कम उत्पादन प्राप्त होता है और साथ ही साथ खेती की अंतः सस्य क्रिया में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जिससे की किसानों को समय के धन की हानि होती है इस हानि से बचने के लिए किसानों को हाइब्रिड मक्का की खेती को अपनाना चाहिए उससे किसानों की उत्पादन में वृद्धि होगी और अधिक लाभ कमाने का अवसर प्राप्त होगा। इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम आपको हाइब्रिड मक्का की खेती करने की पूरी जानकारी देंगे।
हाइब्रिड मक्का की खेती के चरण
हाइब्रिड मक्का की खेती के लिए मौसम की स्थिति , खेती के लिए मिट्टी , उच्च क़िस्मों का चयन , खेत में की जाने वाली सिंचाई और अन्य गतिविधि की जानकारी होनी चाहिए । जिससे आप आसानी से मक्के की खेती कर से।
मक्का कि खेती के लिए जलवायु
हाइब्रिड मक्का की खेती के लिए उपयुक्त तापमान 20 से 31 डिग्री सेल सेल्सियस माना जाता है। मक्का की बीज अंकुरण के लिए सबसे अच्छा तापमान 21 डिग्री माना जाता है जिससे पौधे की वृद्धि तेज़ी से होती है। मक्का की खेती तीनों मौसम में आसानी से कर सकते है। ये शोर्ट डे प्लांट होता है जिसको प्रकाश की कम आवयश्कता होती है।
मक्का की खेती के लिए मिट्टी
हाइब्रिड मक्का की खेती के लिए अच्छी जल निकास वाली मिट्टी का उपयोग करे वैसे तो मक्का जल भराव के प्रति संवेदनाशील फसल है। इसके लिए दोमट मिट्टी का उपयोग किया जाता है जिसका pH मान 7.5-8 के बीच होना चाहिए।
मक्का की खेती के लिए बीज दर
मक्का की संकर क़िस्म की बीज दर 20–25 kg/ha होती है जबकि संकुल किस्मों की बीज दर 18-20 kg/ha होती है।
बुआई का समय
मक्का की बुआई जून- जुलाई माह के बीच में की जाती है इसकी बुआई के लिए डिबलिंग विधि का उपयोग किया जाता है जिसके डिबलर का उपयोग किया जाता है। मक्का की पौधे से पौधे की व क़तार से क़तार की दूरी 62 बाई 20 cm होती है।मक्के में जिंक की पूर्ति करने से पहले जिंक की मात्रा जिंक स्ल्फेट के रूप में दिया जाता है।
खपतवार नियंत्रण
मक्के के खेत में खरपतवत के रूप में विभिन्न खरपतवार जैसे की सावा, मकरा, कोंदों, दूबघास आदि खरपतवार के रूप में खेती में दिखाये देते है जो की खेत में मुख्य फसल के साथ नमी , पोषक तत्व , प्रकाश आदि के प्रति प्रतियोगिता करता है मुख्य फसल की वृद्धि को रोकता है।इसके नियंत्रण के लिए खेतों में एट्राजीन का उपयोग करे।
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सिचाई
मक्का की फसल जल भराव और सुखा के प्रति संवेदनशील है इसकी सिचाई दो मुख्य अवस्था में किया जाती है प्रथम सिचाई किया अवस्था नरमंझरी आते समय और दूसरी अवस्था मादामंझरी होती है जिसने पानी देखा आवश्यक होता है।
कटाई एवं उपज
मक्का की फसल की परिपक्वता उनकी किस्मों में निर्भर करती है अलग अलग किस्मों की परिपक्वता अवधि अलग अलग होती है। मक्का की फसल को पकने में 70-90 दिन का सामना करना पड़ता है।एक हेक्टेयर मक्का की खेत की उपज लगभाग 40 क्विंटल प्राप्त होती है।
FAQ
सबसे अच्छा मक्के का बीज कौन सा है।
पुसा जवाहर हाइड्रिड मक्का 1।
मक्का की खेती का समय
जून से जुलाई सबसे अच्छा समय माना जाता है।