1509 धान, पूसा बासमती के नाम से जानी जाती है जो की धान की एक किस्म है जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अधीन पूसा, दिल्ली स्थित पूसा इंस्टीट्यूट ऑफ राइस (पीआरआई) द्वारा विकसित किया गया है। यह धान जल्दी पकने वाली (120 दिन) और उच्च उपज देने वाली किस्म है
1509 धान की खेती
जलवायु (Climate)
धान नाम जलवायु का पौधा है जिसके लिये 21 – 31 सेल्सियस तापमान कि आवश्यकता होती है।
मृदा (Soil)
1509 धान की खेती के लिए चिकनी मटियार या मटियार दोमट मिट्टी उत्तम मानी जाती है क्योंकि इसमें पानी रोकने की क्षमता अधिक होती है।
इसके लिए मिट्टी का ph मान 4-6.5 होना चाहिए ।
बीज दर (Seed Rate)
छिड़काव विधि में (Broadcasting) – 100kg/ha
ड्रिलिंग विधि में – 60-80 kg/ha
रोपण का समय (Sowing Time)
पूसा बासमती 1509 धान को जून से जुलाई माह के बीच बुआई की जाती है।
कुछ राज्य में जल्दी या देर से बुआई की जाती है।
बुआई अंतराल (Sowing Ratio)
1509 धान की खेती के लिए 20×10 cm के अंतराल में धान को लगाया जाता है।
रोपाई (Plantation)
धान के पौधे 20- 30 दिन में रोपाई के लिए तैयार हो जाते है जिसमे धान की रोपाई तीन से चार पत्तियाँ आने में करनी चाहिए।
सिंचाई (Irrigation)
जान मांग – 900 – 2500 mm
1509 धान की खेतों में 5 cm पानी हमेशा रहना चाहिए एवं पकाई से 2-3 सप्ताह पहले पानी निकल देना चाहिए।
उर्वरक (Fertilizer)
N:P:K = 100, 60, 60 की मात्रा का उपयोग करना चाहिए।
ZnSo4 @ 25kg/ha की मात्रा का उपयोग कर।
1509 धान की खेती में नाइट्रोजन उर्वरक 30-40 % होता है।
बैसिग स्लैग @ 1.5 – 2.0 t / ha का उपयोग सिलिकॉन की कमी की ठीक करने कि लिए किया जाता है।
जैविक उर्वरक जैसे एजोला , नील हरित शैवाल ,और एजोटोबेक्टर आदि का उपयोग।
खरपतवार ( Weeds)
ब्यूटाक्लोर – 1.5 kg/ha अंकुरण से पूर्व प्रयोग करे।
एनिलफ़ोस – 2 kg/ha अंकुरण से पूर्व प्रयोग करे।
पाइरज़ोसूल्फ़रोंन – बुआई के 15 -20 दिन बाद प्रयोग।
कीट प्रबंधक (Insect Management)
मेलाथियान – 50EC @ 625 ml/ha की दर से प्रयाग करे।
इमिडाक्लोप्रिड दवा 100 ml/ha की दर से छिड़काव करे।
कटाई (Harvesting)
1509 धान की कटाई 100-120 दिन में की जाती है ।
उपज (Yield)
इसकी उपज 4-6 टन/हेक्टेयर प्राप्त होती है
Pingback: धान की नर्सरी तैयार करने की आसान विधि: 10 से 12
Pingback: नई तकनीक से करे धान की खेती होगा अधिक उत्पादन