बरसात में करें इन 5 सब्जियों की खेती, एक एकड़ में होगी लाखों की कमाई
अभी जून का महीना चल रहा है और आने वाले जुलाई और अगस्त पूरे देश में मानसून के महीने होते हैं। इस समय देशभर में अच्छी बारिश होती है, और यही समय होता है कुछ खास सब्जियों को उगाने का जो बाजार में बहुत महंगे बिकते हैं। हर साल कई किसान इन 5 चुनिंदा सब्जियों की खेती कर लाखों रुपये प्रति एकड़ तक की कमाई करते हैं।
आज इस लेख में हम आपको बताएंगे ऐसे 5 चुनिंदा सब्जियों की खेती के बारे में, जिन्हें बरसात के मौसम में उगाकर आप निश्चित रूप से अच्छी आमदनी कर सकते हैं
बरसात में करें इन 5
1. देसी टिंडा की खेती
5 चुनिंदा सब्जियों की खेती में देसी टिंडे पहले नंबर पर है tinda का बाजार भाव मानसून के समय ₹50-₹100 किलो तक पहुंच जाता है। अभी जो टिंडे बाजार में उपलब्ध हैं, वे फरवरी-मार्च की फसल हैं, जो अब खत्म होने वाली है। बरसात के समय बाजार में टिंडे की कमी हो जाती है।
इसलिए लिए बीज दर 4 से 5 किलोग्राम प्रति एकड़ लगते हैं एवं इसमें हल्की सिंचाई की आवश्यकता होती है अधिक पानी से पौधे खराब हो जाते हैं टिंडे की खेती में देसी खाद अधिक मात्रा में डालें, इस फसल को कम से कम 2 गुना ज्यादा ऑर्गेनिक मैटर चाहिए होता है एवं इसमें उर्वरक के रूप में डीएपी एक बैग प्रति एकड़ पोटाश 30 से 40 किलोग्राम प्रति एकड़ और फफूंद नाशक जैसे कि थाइफो मिथाइल/कार्बेन्डाजिम) – 500 ग्राम से 1 किलो तक डालें।
2. ग्वार फली की खेती
ग्वार फली का रेट सालभर लगभग ₹40-₹80 प्रति किलो के बीच रहता है। जून में बोई गई फली 35-40 दिनों में बाजार में आ जाती है, जब भाव सबसे अधिक होते हैं यह फसल कम लागत में तैयार हो जाती है और यह दूसरी फसल की तुलना में इसमें खाद और कीटनाशक की जरूरत कम होती है फसल अन्य फसल की तुलना में जल्दी तैयार होती है और मार्केट में अच्छा दाम मिलता है।
3. हरी प्याज की खेती
हरी प्याज की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है खासकर बरसात के मौसम में बढ़ती जाती है किसान भाई आपके पास ब्याज की गांठ है तो आप उसका उपयोग कर सकते हैं हरी प्याज की गांठ अगर नहीं है तो आप प्याज के बीज लाकर नर्सरी तैयार करें जो की 30 से 35 दिन में तैयार हो जाएगी, इसके बाद उसे दूसरे खेत में ट्रांसप्लांट कर दें यह फसल आपकी 35 दिन में तैयार हो जाएगी एवं इसे उखाड़ कर आप मंडी में बेचेंगे,तो यह आपको ज्यादा मुनाफा प्रदान करेगी
4. शिमला मिर्च की खेती
सब्जियों की खेती में शिमला मिर्च की कीमत हर साल बरसात के मौसम में आसमान छूने लगती है जहां मैं शिमला मिर्च ₹10 प्रति किलो नहीं बिकती थी वहां जून में इसके दाम 40 से 50 रुपए किलो तक पहुंच जाते हैं और आगे बढ़ते जाते हैं जिससे किसान को अधिक मुनाफा प्राप्त हो सकता है इसकी खेती के लिए बुआई का समय जून जुलाई के पहले सप्ताह सही माना जाता है और अगर आप नर्सरी तैयार करना चाह रहे हैं।
तो जून में नर्सरी तैयार कर जुलाई में रोपाई करना सही रहेगा, रोपाई के लिए खेत में बेड बनाएं एवं पौधे से पौधे की दूरी 1 फीट और मेड से मेड की दूरी 2 फिट रखें और समय समय में देसी खाद ,डीएपी, यूरिया एवं पोटाश की उचित मात्रा प्रदान करते हैं पौधे को अधिक पानी देने से बच्चे और पानी के लिए ड्रिप सिंचाई का उपयोग करें और पौधों को खरपतवार से बचने के लिए मल्चिंग का उपयोग करें
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5 गिलकी की खेती
इसके बाद पांचवी सब्जियों की खेती में फसल के रूप में गिलकी की बात की जाती है। बताया गया है कि खेत की मेड़ों पर बांस के खूंटे गाड़कर या तार की फेंसिंग लगाकर उसके सहारे गिलकी की बेल लगाई जा सकती है। यह बेल खेत के अंदर की फसल को नुकसान नहीं पहुंचाएगी और खुद फेंसिंग पर चढ़ जाएगी। इसका उत्पादन बहुत अच्छा होता है और ₹20 किलो तक के रेट आसानी से मिल जाते हैं। गिलकी की तुड़ाई रोज करनी पड़ेगी, लेकिन इससे जो कमाई होगी, उससे खेत के अंदर आई पूरी लागत निकल जाएगी और बीच की मुख्य फसल से किसान की सीधी कमाई शुरू होगी।
अंत में बताया गया कि ये पांच सब्जियों की खेती अगर किसान भाई अभी तुरंत अपने खेत में लगा दें या लगाने की तैयारी कर लें, तो जुलाई और अगस्त के बारिश के महीनों में उन्हें बाजार में बहुत अच्छे भाव मिलेंगे। यह एक अच्छा मौका है कमाई का, जिसे गंवाना नहीं चाहिए।इसलिए अभी भी मोका है इन 5 चुनिंदा सब्जियों की खेती करके मुनाफा कमाने के लिए ।