बटन मशरूम कम्पोस्ट बनाने की विधि
हेलो किसान साथियों, आज हम आपको बताएंगे कि बटन मशरूम कम्पोस्ट बनाने की विधि क्या है और इसे किस तरीके से तैयार किया है। सबसे पहले आपको इस बात की बधाई देना चाहूंगा कि मशरूम का सीजन शुरू हो चुका है। इस लेख का मुख्य उद्देश्य यह है कि आप जान सकें कि बटन मशरूम कम्पोस्ट में कौन-कौन सी चीजें मिलती हैं, उन्हें किस अनुपात में मिलाना होता है और किस तरह से उच्च गुणवत्ता वाली कंपोस्ट तैयार की जाती है।
बटन मशरूम कम्पोस्ट बनाने की विधि की मुख्य सामग्री
बटन मशरूम कम्पोस्ट बनाने की विधि की शुरुआत होती है बीट स्ट्रॉ यानी तूड़ी। यह अच्छी गुणवत्ता वाली होनी चाहिए, जिसे हमने ब्लॉक्स में स्टोर किया है। इस तूड़ी को पहले ग्राउंड पर बिछाया जाता है और फिर दो दिन तक पानी से अच्छी तरह भिगोया जाता है। इसका उद्देश्य यह होता है कि तूड़ी जितना पानी सोख सकती है, वो सोख ले और अतिरिक्त पानी निकाल दे।
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नाइट्रोजन के स्रोत – यूरिया और चिकन मैन्योर
तीसरी चीज़ है यूरिया, जो नाइट्रोजन की पूर्ति करता है ताकि कंपोस्ट जल्दी तैयार हो सके। इसके साथ ही, हम इस्तेमाल करते हैं फ्रेश चिकन मैन्योर जो फार्म से सीधा आता है। इसमें अमोनिया और नाइट्रोजन की अच्छी मात्रा होती है, जिससे कंपोस्ट की गुणवत्ता बेहतर बनती है। चिकन मैन्योर सूखा, ताजा और अच्छी गुणवत्ता वाला होना चाहिए।
बिनौला खल (Cotton Seed Cake) और कैल्शियम नाइट्रेट
इसके अलावा एक और अहम सामग्री है बिनौला खल, जो पशुओं के चारे के रूप में भी प्रयोग होती है। इसकी खुशबू से वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया कंपोस्ट पर जल्दी रिएक्ट करते हैं जिससे यह तेजी से सड़ती है और तैयार होती है। इसके अलावा कैल्शियम नाइट्रेट डाला जाता है ताकि कंपोस्ट की गुणवत्ता बनी रहे।
मिक्सिंग प्रक्रिया और बंकर में डालना
मिक्सिंग के दिन सारी सामग्री—तूड़ी, यूरिया, बिनौला खल, चिकन मैन्योर आदि—को अच्छी तरह मिलाया जाता है। इसके बाद लोडर की मदद से इसे विन्स में डाला जाता है। पुराने मेथड में पाइल्स बनाकर 4-5 पलटियां देने के बाद चेंबर में रखा जाता था, लेकिन अब इंडोर मेथड यानी विन मेथड का प्रयोग किया जा रहा है, जो ज्यादा प्रभावी है।
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विन्स और हाई-प्रेशर ब्लोअर सिस्टम
विन्स में कंपोस्ट को एक दिन के लिए रेस्ट दिया जाता है और फिर हर दूसरे दिन इसकी पलटाई की जाती है। हर विन में स्वी कट लाइन होती हैं, जिनमें हाई प्रेशर ब्लोअर जुड़ा होता है। यह ब्लोअर 10 मिनट बंद और 2 मिनट चालू रहता है ताकि कंपोस्ट का टेंपरेचर बना रहे। इसका टेम्परेचर 70–80°C तक पहुंचता है जिससे कंपोस्ट जल्दी और अच्छी तरह से तैयार होती है।
जिप्सम का उपयोग और अंतिम तैयारी
मिक्सिंग के बाद जिप्सम भी डाला जाता है, जिससे कंपोस्ट का pH लेवल मेंटेन रहे। सभी चीजों की मात्रा और गुणवत्ता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है ताकि कंपोस्ट उच्च गुणवत्ता की बने और उत्पादन बेहतर हो।
उत्पादन और स्टेन की जानकारी
बटन मशरूम कम्पोस्ट बनाने की विधि से यदि कंपोस्ट सही तरीके से तैयार की जाए तो 9 किलो के बैग में लगभग 2.5 से 3 किलो बटन मशरूम का उत्पादन होता है, जो पहले की तुलना में काफी ज्यादा है। पुराने समय में यही उत्पादन 1.5 से 2 किलो ही होता था। इसमें हम सेवेन स्पेशल स्टेन का इस्तेमाल करते हैं, जो हाइब्रिड है और इसके परिणाम बहुत अच्छे आते हैं।
ये बटन मशरूम कम्पोस्ट बनाने की विधि से आप बहुत अच्छी कम्पोस्ट बना सकते है जो की आपके मशरुम की उत्पादकता हो बढ़ायेगी और आपको अधिक उपज प्राप्त करवायेगी जिससे आपको अधिक मुनाफा प्राप्त होगा , बस आपको दिए गई विधि को स्टेप बाय स्टेप फॉलो करना ध्यानपूर्वक ताकि आपको कम्पोस्ट बनाने में कोई गड़बड़ी ना हो।