किसानों के लिए लाभदायक है ये क़िस्म, जानिए HI 1544 गेहूं की किस्म की जानकारी
HI 1544 गेहूं
गेहूं की खेती का समय शुरू हो चुका है उसके साथ-साथ किसान भाइयों तरह-तरह की किस्म का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे कि किसान भाइयों को अधिक उत्पादन प्राप्त हो सके , वैसे तो गेहूं की भिन्न-भिन्न किस्म पाई जाती है लेकिन इन किस्म की उत्पादन एवं प्रतिरोध क्षमता भिन्न-भिन्न होती है एवं इन किसानों को उगाने के लिए अलग अलग जलवायु की आवश्यकता होती है एवं अलग-अलग मिट्टी में यह अच्छी गुणवत्ता प्राप्त करवाती हैं।
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HI 1544 गेहूं की किस्म अधिक पैदावार वाली किस्म है यह किस्म मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़, गुजरात,राजस्थान का कोटा और उदयपुर के इलाकों में लगाया जाता है। ये किस्म कम अवधि की होती है और अधिक उत्पादन प्राप्त करवाती है। इसका अधिक उत्पादन बुआई के समय और सिंचाई के ऊपर निर्भर करती है।
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HI 1544 गेहूं की जानकारी
- गेहूं की किस्म अधिक उत्पादन देने वाली और उच्च गुणवत्ता वाली क़िस्म होती है।
- यह किस्म मध्य क्षेत्र एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र में उगाई जाती है।
- इसके उत्पादन की स्थिति समय की बुवाई और सिंचाई के ऊपर निर्भर करती है।
- इसकी बुवाई 10 से 25 नंबर के बीच में की जाती है।
- HI 1544 गेहूं की किस्म में तीन से चार सच्चाई की आवश्यकता पड़ती है।
- HI 1544 गेहूं की किस्म की बीज दर 30 से 40 किलोग्राम पर एकड़ होती है।
- इसमें पति और तने के जंग के प्रति प्रतिरोधी होती है।
- यह 110 दिन की अवधि पर पक जाती है।
- इसकी औसत उपज 50 से 55 क्विंटल प्रति हेक्टर होती है
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